September 21, 2023, 8:35 am
कई लोग अपने घर में कछुआ पालते हैं और कई लोग कछुए की मूर्ति भी अपने घर में रखते हैं क्योंकि लोगों का मानना है कि इससे घर में सुख और शांति बनी रहती है और धन प्राप्ति भी होती है। परंतु जो लोग कछुआ पालते हैं उन लोगों को डर रहता है कि घर में अगर कछुआ मर जाए तो क्या होगा?
आज इसी का जवाब हम इस लेख के द्वारा देने वाले हैं। हम बताएंगे कि घर में कछुआ मर जाए तो क्या होता है? और घर में कछुआ पालना शुभ होता है या नहीं।
ऐसे तो कछुए को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है परंतु कछुआ अगर घर में मर जाता है तो लोग उससे अशुभ समझते हैं। लोग सोचते हैं कि यदि घर में कछुआ मर जाए तो लक्ष्मी चली जाती है लेकिन ऐसा नहीं है।
घर में यदि कछुआ मर जाए तो वह ना ही अशुभ होता है और ना ही शुभ। कछुआ भी एक प्राणी है जिसे एक ना एक दिन मरना है। कछुआ यदि घर में मर जाए तो वह किसी भी प्रकार से अशुभ नहीं होता है।
यदि आपके घर में कछुआ की मृत्यु हो जाती है तो आप कछुए को एक गड्ढे में मिट्टी से दबा दें, कृपया कछुए को इधर उधर ना फेंके क्योंकि इससे बदबू और गंदगी भी फैल सकती है।
हां कछुआ पालना बहुत ही शुभ माना जाता है क्योंकि कछुआ विष्णु जी का प्रतीक होता है। लोग ऐसा मानते हैं कि जहां कछुआ होता है वहां लक्ष्मी जरूर आती है। क्योंकि कछुआ विष्णु जी का प्रतीक है इसलिए जहां विष्णु जी होते हैं वहां लक्ष्मी जी जरूर होती हैं।
कई लोग जिंदा कछुआ पालते हैं और उसकी देखभाल करते हैं और कई लोग कछुए की मूर्ति को अपने घर या कारोबार के स्थान पर रखते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में कछुआ पालने से सकारात्मक ऊर्जा बनी होती है और धन से संबंधित सभी परेशानियां भी दूर होती हैं।
घर में कछुआ पालने का एक विशेष महत्व है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि कछुआ पालने से धन लाभ और शत्रुओं का नाश भी होता है पुलिस का यदि हम घर या हमारे कारोबार के मुख्य द्वार पर कछुए का चित्र या कछुए की मूर्ति रखते हैं तो उससे हमें धन लाभ होता है।
कछुओं की कई प्रजातियां होती हैं। जो 80 वर्ष से 150 वर्ष तक जीवित रह सकती हैं। कई कछुओं की प्रजातियों की उम्र 200 वर्षों की भी होती है। इसमें यदि आप कोई छोटा कछुआ पालते हैं तो आपको उसके मरने से संबंधित कोई भी चिंता नहीं होगी क्योंकि यह इंसानों से भी ज्यादा जीते हैं।
शास्त्रों के अनुसार जिंदा कछुआ को किसी भी दिशा में रखा जा सकता है क्योंकि जिंदा कछुआ घर में कहीं भी जा सकता है हम उसे घर में घूमने से रोक नहीं सकते।
जिंदा कछुआ या कछुए की मूर्ति या फोटो घर में रखने से धन में वृद्धि होती है और अशुभ भी माना जाता है। कछुए की मूर्ति या फोटो को लोग अक्सर अपने घर या कारोबार के द्वार पर रखते हैं।
कई बार ऐसा भी होता है कि कछुआ गहरी निद्रा में चले जाते हैं और वह बिल्कुल भी मिलते जुलते नहीं हैं इससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह मर गए हैं। इससे हम हाइबरनेट भी कहते हैं।
यदि आप का कछुआ मर गया है तो वह बिल्कुल ही चपटा हो जाएगा और अपने सर को अंदर घुसाने लेगा। यदि आप का कछुआ हाइबरनेट कर रहा है तो वह चपटा नहीं होता और अपने सर को अंदर नहीं घुसता है।
आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि घर में अगर कछुआ मर जाए तो क्या होता है? उम्मीद है कि आप को इस लेख के द्वारा कछुआ के मरने और पालने से संबंधित चीजें पता चल गई होंगी। यदि आपको इससे संबंधित कोई प्रश्न पूछना हो तो आप हमें कमेंट कर के पूछ सकते हैं।
FAQ
कछुए वजन में कम होते हैं, स्पर्श करने में शांत महसूस करते हैं और अपने गोले में छिप सकते हैं। आंख, नाक या मुंह, और धँसी हुई, बेजान आँखों से स्राव की जाँच करें। मरने वाले कछुए सांस लेने के लिए संघर्ष करते हैं और जब आप बातचीत करने की कोशिश करते हैं तो वे काट सकते हैं। एक कछुए के ब्रोमेशन में प्रवेश करने के लक्षणों को आसन्न मौत के साथ भ्रमित न करें।
लकड़ी का कछुआ पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। अगर आप कछुआ परिवार को अपने लिविंग रूम में रखना चाहते हैं तो यह अच्छा है क्योंकि इससे परिवार के सदस्यों के बीच संपर्क बढ़ता है। यदि कछुआ मिट्टी का बना हो तो उसे उत्तर-पूर्व दिशा, मध्य या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।
इसलिए उसके शव को किसी अच्छी और साफ जगह पर गड्ढा खोदकर दफना देना चाहिए। कछुए के शव को ऐसे किसी स्थान पर नहीं फेंकना चाहिए।
कछुए के खोल को संरक्षित करने के लिए, सभी कार्बनिक पदार्थों को हटा दें, खोल को साफ करें, और फिर लाह, पॉलीयूरेथेन या वार्निश लागू करें।
एक मृत कछुए के पास एक सड़ा हुआ और सिकुड़ा हुआ खोल और त्वचा, गहरी धँसी हुई आँखें, स्पर्श करने के लिए ठंडी, दुर्गंध वाली गंध होगी, और सबसे अधिक संभावना मक्खियों या कीड़ों से ढकी होगी या एक दिन से अधिक समय तक पानी में मृत रही होगी। लेकिन यह टैंक में तैरता होना चाहिए।
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